कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केंद्र ने बिहार सरकार से मांगी रिपोर्ट
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केंद्र ने बिहार सरकार से मांगी रिपोर्ट
बिहार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को पूरी तरह से है तैयार : सीएम नीतीश कुमार
पटना (बिहार) : देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए, अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए खतरे को लेकर, केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों से स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी पर वृहत्तर रिपोर्ट तलब की है। केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार को कहा है कि वह आगामी 24 दिसंबर तक कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियों से संबंधित पूरी रिपोर्ट दें। बिहार के स्वास्थ्य विभाग को भी इस बाबत केंद्र सरकार का पत्र मिल चुका है। इस पत्र में अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट के मॉक ड्रिल के अलावे अन्य तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्य सरकारों से 14 सवालों के जवाब मांगे है। बिहार में ऑक्सीजन प्लांट सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी देने के लिए 23 दिसंबर को 6 घंटे से लेकर 12 घंटे तक का मॉक ड्रिल भी होगा। इस दौरान मेडिकल कॉलेज, विभिन्न हॉस्पिटलों के साथ-साथ सदर अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल में बनाये गए ऑक्सीजन प्लांट की टेस्टिंग भी की जाएगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीसरी लहर की आशंका के बीच, इस बात का भरोसा दिया है कि बिहार में नए वेरिएंट से मुकाबले के लिए पूरी तैयारी रखी गई है। नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी में हम सभी लोग, पूरी तरह से मुस्तैद हैं। जाहिर तौर पर, कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। बिहार में ज्यादा से ज्यादा कोरोना की जाँच कराई जा रही है। नीतीश कुमार ने कहा है कि देश के अंदर हर 10 लाख की आबादी पर जितनी औसतन जाँच हो रही है, उससे ज्यादा जाँच बिहार में की जा रही है। नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पहचान करने में अभी, बाहर से टेस्ट कराने पड़ रहे हैं। लेकिन केंद्र की मदद से बिहार की कई जगहों पर, ओमिक्रॉन की पहचान के लिए जाँच हो सके, इसकी व्यवस्था की जा रही है। बिहार में लोगों की बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए, हर उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
मुकेश कुमार सिंह